The Basic Principles Of shiv chalisa in hindi
The Basic Principles Of shiv chalisa in hindi
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देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
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समझनी है जिंदगी तो पीछे देखो, जीनी है जिंदगी तो आगे देखो…।
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
अर्थ: हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद्देवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।
अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं shiv chalisa in hindi पाई॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे shiv chalisa lyricsl कलेशा॥
मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा Shiv chaisa किया